राजस्थान के स्कूलों में होगा सूर्य नमस्कार, सभी स्कूलों में किया गया अनिवार्य, राजस्थान सरकार ने जारी किया निर्देश, 15 फरवरी से स्कूलों में लागू होगा फैसला |


राजस्थान के सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार 15 फरवरी से होंगे अनिवार्य |

सूर्य नमस्कार मन शांत करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है। आजकल बच्चे प्रतिस्पर्धा का सामना करते हैं इसलिए उन्हे नित्यप्रति सूर्य नमस्कार करना चाहिए क्योंकि इससे उनकी सहनशक्ति बढ़ती है और परीक्षा के दिनों की चिंता और असहजता कम होती है। सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से शरीर में शक्ति और ओज की वृद्धि होती है।


सूर्य नमस्कार करने से आपकी पूरी बॉडी का पोस्चर बेहतर होता है। इससे आपकी मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है। इससे स्पाइन पेन, गर्दन दर्द और पीठ दर्द से भी राहत मिलता है। रोज सूर्य नमस्कार करने से स्पाइन की एलाइनमेंट भी बेहतर होती है, जिससे बॉडी का पोस्चर ठीक रहता है।


प्रत्येक सूर्य नमस्कार के चरण में १२ आसनों के दो क्रम होते हैं। १२ योग आसन सूर्य नमस्कार का एक क्रम पूर्ण करते हैं। सूर्य नमस्कार के एक चरण के दूसरे क्रम में योग आसनों का वो ही क्रम दोहराना होता है, अपितु केवल दाहिने पैर के स्थान पर बाएँ पैर का प्रयोग करना होगा (नीचे चौथे और नवें पद में इसका विवरण दिया गया है)।